प्रभारी बने अनजान, संजय व बागरी की चांदी
अनोखी आवाज सिंगरौली,वैढ़न । जिले में नए कप्तान के आने के बाद कई थाना-चौकियों के प्रभारियों की कार्यप्रणाली में सुधार आया और धीरे-धीरे अव्यवस्थाओं पर अंकुश लगा। इतना ही नहीं अपने तेजतर्रार छवि के लिए चर्चित एसपी टीके विद्यार्थी के आकांक्षाओं के अनुरूप जो पुलिसकर्मी नहीं उतरा उसके खिलाफ कार्यवाही भी समय-समय पर हुई। लेकिन यातायात थाने की कमान विद्याधर पाण्डेय के संभालने के बाद यातायात व्यवस्थाएं पुनः बेपटरी हो गई। लोगों में चर्चा है कि जो यातायात व्यवस्था सूबेदार अजय प्रताप सिंह के समय में थी वह व्यवस्था फिर कब देखने को मिलेगी।
प्रभारी सुस्त, बेपटरी यातायात व्यवस्था- वर्तमान यातायात थाना प्रभारी जितने सुस्त देखने में है उतने ही सुस्त उनकी कार्यप्रणाली है।ऐसा हम नहीं बल्कि आम जनमानस में प्रभारी की कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा हो रही है। इतना ही नहीं विद्याधर पांडेय के कमान संभालने के बाद यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। हलांकि अब यातायात की कमान किसी और के हाथों में दी जा सकती है क्योंकि विद्याधर पांडेय का तबादला सतना हो गया है।
कब सुधरेगी यातायात व्यवस्था..? संजय व बागरी की बहार
बेपटरी यातायात की व्यवस्था की चर्चा हर किसी की जुबान पर है। सवाल इतना है कि यह व्यवस्था कब पटरी पर आएगी..? मजे की बात तो यह है कि यातायात थाने में लंबे समय से पदस्थ संजय व बागरी प्रभारी की सुस्ती का भरपूर फायदा उठा रहे हैं ...? अब देखना यह होगा कि यातायात व्यवस्था की बदहाली को देखते हुए साफ सुथरी छवि के कप्तान किसे नई जिम्मेदारी देते हैं,और ऐसे लोगो पर क्या कार्यवाही करते है..?
शेष अगले अंक में-
 
 
 
