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कानपुर के शेल्टर होम में फूटा कोरोना बम, 57 लड़कियां कोरोना पॉजिटिव, 5 प्रेगनेंट और एक एचआईवी पॉज़िटिव भी शामिल

कानपुर के एक शेल्टर होम में 57 लड़कियां कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं, इनमें से 5 प्रेगनेंट भी हैं। बीते 4 दिनों में इन लोगों में कोरोना के ये मामले सामने आए हैं। शेल्टर में तैनात चतुर्थ श्रेणी की एक महिला कर्मचारी का भी कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। डेप्युटी चीफ प्रोबेशन ऑफिसर श्रुति शुक्ला ने बताया कि जो पांच लड़कियां गर्भवती हैं, उनमें से एक को एचआईवी एड्स भी है और एक युवती हेपेटाइटिस सी का शिकार है। लड़कियों के गर्भवती होने की खबर के बाद से बालिका संरक्षण गृह के संचालकों पर भी सवाल उठने लगे हैं। 


 



 


वहीं श्रुति शुक्ला ने कहा कि गर्भवती लड़कियां पॉक्सो ऐक्ट के तहत पीड़ित हैं और उत्पीड़न के चलते प्रेगनेंट हुई हैं। इनमें से दो लड़कियां जब दिसंबर में आई थीं, तभी गर्भवती थीं। उनका करीब 8 माह का गर्भ है। दरअसल शेल्टर होम में 12 जून को हुई कोरोना की रैंडम सैम्पलिंग के दौरान एक लड़की पॉजिटिव पाई गई थी। तब से अब तक 57 कोरोना के मामले इस शेल्टर होम में सामने आ चुके हैं। पहला केस सामने आने के बाद शेल्टर होम में रह रहीं सभी 171 लड़कियों का टेस्ट कराया गया था, जिनमें से 57 पॉजिटिव हैं। कोरोना से पीड़ित ज्यादातर लड़कियों की उम्र 15 से 17 साल के करीब है।


जिला बाल कल्याण समिति के निर्देशों के तहत चलने वाले इस शेल्टर होम में 10 से 18 साल तक की लड़कियों को संरक्षण में रखा जाता है। ऐसी 114 लड़कियों और 37 कर्मचारियों को क्वारेंटाइन रहने को कहा गया है, जिनका कोरोना टेस्ट निगेटिव आया है। कानपुर का प्रशासन फिलहाल यह जांच करने में जुटा है कि कैसे कोरोना वायरस शेल्टर होम तक पहुंचा। प्रशासन का मानना है कि शेल्टर होम में काम करने वाली किसी महिला कर्मचारी के जरिए यह संक्रमण फैला है।