भोपाल। कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान दिल्ली के अस्पतालों की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसने एक व्यक्ति की जान ले ली। दिल्ली में रहने वाले वीरेंद्र नेकिया तबीयत बिगड़ने के बाद 5 अस्पतालों में जाकर खुद का टेस्ट कराने की गुहार लगाते रहे, लेकिन किसी ने भी उनकी तकलीफ पर ध्यान नहीं दिया। थक हारकर उन्होंने भोपाल के जेपी अस्पताल में अपने एक रिश्तेदार से संपर्क किया, इसके बाद वे ट्रेन में सफर कर भोपाल पहुंचे और यहां उनकी जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। इस बीच इलाज के दौरान वीरेंद्र नेकिया ने दम तोड़ दिया। दिल्ली के अस्पताल में समय पर जांच के बाद इलाज मिलता तो उनकी जान बच जाती है।
दिल्ली के अस्पतालों की लापरवाही से वीरेंद्र की मौत के बाद उनका पूरा परिवार ही बिखर गया। पति की मौत की खबर मिलने के बाद उनकी पत्नी की तबीयत ऐसी बिगड़ी की उन्हें दिल्ली में अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा, वहीं उनकी बेटी को घर में ही क्वारंटाइन किया गया है। वीरेंद्र के साथ भोपाल में उनका बेटा और भाई मौजूद थे, यहां उन्हें भी क्वारंटाइन कर दिया गया है।