अनोखी आवाज सिंगरौली के राजनीतिक क्षितिज पर धुंध और कुहासाभरे  वातावरण के परिदृश्य में अचानक से  2020 में  हुई बदलाव के संभावनाओं के बीच यह वर्ष निश्चित रूप से नई नई संभावनाओं को ला रहा है और सिंगरौली के जनमानस में  कई नई नई  उम्मीदें जगाने का काम कर रहा है। बताते चलें कि विगत 15 वर्षों  से सिंगरौली जिले में भारतीय जनता पार्टी का एकछत्र राज्य कायम है। और उसके पहले कांग्रेस पार्टी का भी 15 सालों से एकछत्र  राज्य कायम था।
 जहां  सिंगरौली, सीधी, रीवा के सड़कों के मध्यप्रदेश में दिग्गी राजा के दरवाजे बंद कर दिए वही सिंगरौली में गड्ढे वाली  सड़क आगे  किन-किन का राजनीतिक दरवाजा बंद करेगी यह अभी  तो भविष्य के गर्भ में छुपा हुआ है, परंतु इस वर्ष होने वाले नए-नए बदलाव के  अवसरों में लोगों के मन में छोटी-छोटी उम्मीदें  जगना शुरू हो गई हैं। अपने अपने क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले बहुत सारे संभावना युक्त नए नए चेहरे  उभर कर सामने आने लगे  हैं। 
 एक अोर जहां भारतीय जनता पार्टी में अभी भी सारी संभावनाएं  राम लल्लू वैश्य के ऊपर ही टिकी हुई है,  वहीं कांग्रेस पार्टी में अरविंद सिंह चंदेल को कांग्रेस पार्टी का सिंगरौली जिले का  अध्यक्ष बनाए जाने के बाद नई नई संभावनाएं तलाशी जाने लगी हैं,  युवा तुर्क होने के साथ-साथ क्षेत्र में अच्छी पकड़ और पिछले चुनाव में आशा से अधिक समर्थन मिलने के कारण अरविंद सिंह चंदेल  लोगों की उम्मीद में कहीं न कहीं दिखाई देने लगे हैं। बात को  थोड़ा और आगे  ले जाए तो पिछले बार आम आदमी पार्टी की रानी अग्रवाल  से भी  बहुत ही प्रबल संभावनाएं जताई गई  थी परंतु वह जीतते जीतते   हार गई और राम लल्लू वैश्य  क्षेत्र में अपनी लोकप्रियता और राजनीतिक अनुभव के साथ मोदी जी की लोकप्रियता को भी भुनाने के कारण विजय श्री उनको ही  मिली।
 परंतु सिंगरौली की राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों  में जिस प्रकार आशातीत परिवर्तन होना चाहिए था उसके अभाव में लोग बाग और नए-नए संभावनाओं की ओर देखने शुरू कर दिए हैं। अब आने वाले समय में सभी पार्टियां अपना अपना वजूद मजबूत करने में लगी हुई हैं।
 आम आदमी पार्टी निश्चित रूप से अभी भी श्रीमती रानी अग्रवाल पर ही अपनाया  दांव लगाएगी क्यों कि उनकी लोकप्रियता अभी भी बरकर है।
 परंतु कांग्रेस पार्टी निश्चित रूप से अरविंद सिंह चंदेल को आगे बढ़ाते हुए नए प्रयोग  करेगी। और इसी प्रकार यहां पर बहुजन  समाज पार्टी भी किसी न किसी युवा तुर्क को आगे लाने की पूरी कोशिश करेगी।
कभी एक बार समाजवादी पार्टी की जीत ने संभावनाओं को अभी भी बनाए रखा है और पूर्व विधायक प्रत्याशी शिखा सिंह को ही अवसरों का लाभ मिलने वाला है।अखिलेश यादव से नजदीकी उनका सबसे मजबूत पक्ष माना जाता है।
परन्तु  विगत कुछ दिनों में जो सिंगरौली जिले में सबसे बड़ा  संभावनाशील राजनैतिक परिवर्तन हुआ है वह है  अमित राज, डायरेक्टर काइट्स राइज़ स्कूल को नेशन फर्स्ट डेमोक्रेटिक पार्टी का मध्य प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने से परिलक्षित हुआ है, क्योंकि  प्रारम्भ से ही अमित राज जी एक बहुत ही संभावनाशील युवा जो लोगों के सुख-दुख में शामिल होने के लिए सदैव तत्पर और  बेचैन रहते हैं और शिक्षा जगत से जुड़े हुए बहुत ही संवेदनशील प्रत्याशी हैं जो अपने स्कूल के माध्यम से पूरे सिंगरौली जिले में शिक्षा के सुधार में  अपनी एक अमिट छाप लोगों के दिलों में  छोड़ने में सफल हुए हैं। हालांकि संभावित और बहुत सारे नाम हैं परंतु सभी नामों में अगर संवेदनशीलता, गंभीरता, सक्रियता, लगन, सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उनकी छवि और सब को मिलाकर चलने की  उनकी अद्भुत प्रवृत्ति ही  उनको सबसे आगे  ले जाने का प्रमुख कारण दिख रही हैं। इस संदर्भ में 
 अब आने वाला भविष्य का महापौर का चुनाव भी  सारी पार्टियों के वजूद का बहुत बड़ा परीक्षा लेने जा रहा है। निश्चित रूप से इस बार महापौर का चुनाव बहुत ही कठिन होने जा रहा है  और सारे के सारे उम्मीदवार पूर्व संभावना से भविष्य को जगाते हुए दिख रहे हैं और सब की सक्रियता बढ़ती हुई दिख रही है। परंतु मेरा अपना जहां तक विश्लेषण और परिकल्पना  के  निरूपण का सवाल है तो मैं 2020 में सिंगरौली में महापौर  की दावेदारी  में सबसे पहले अरविंद सिंह चंदेल का  कांग्रेस जिलाध्यक्ष बनाया जाना एवं अमित राज जी का नेशन फर्स्ट डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाना मानता हूं। यह दोनों संभावना से भरे हुए युवा प्रत्याशी सिंगरौली की राजनीति में कुछ भी बदलाव के संवाहक हो सकते हैं।
 जहां अरविंद सिंह चंदेल अपने व्यक्तिगत पहुंच और युवाओं में लोकप्रिय होने के कारण काफी अच्छे खासे चर्चा में हैं तो  वहीं शिक्षा के क्षेत्र में और भारतीय संस्कृति मूल्यों के संवाहक के  क्षेत्र में अमित राज भी सिंगरौली जिले के सभी लोगों में अपना स्थान बनाने में सफल हुए हैं।
यह एक सुखद संयोग ही है कि जैसे ही लोग उनमें गुणात्मक परिवर्तन देख कर उनके लिए विभिन्न पार्टियों में  अवसर की संभावना को तलाशना शुरू ही किए थे कि उनको अचानक से नेशन फर्स्ट डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाना उनके कद को सभी राजनीतिक प्रत्याशियों से कद में सबसे ऊपर उनका स्थान उत्पन्न कर दिया।
अब जहां जहां उनका परिचय दिया जाएगा तो प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उनका कद सबसे बड़ा होगा। पर अब उनको आगे बहुत कठिन परिश्रम और नियोजित ढंग से कार्य करना पड़ेगा तभी वह इस राजनीति  में कुछ सकारात्मक बदलाव लाने में सफल होंगे। हालांकि उनके प्रबंध क्षमता पर कभी भी सवाल नहीं उठाया गया  है और विगत 8 साल में उन्होंने अपने व्यक्तित्व में जबरजस्त  निखार लाया है और हमेशा  काबिले तारीफ  कार्य किया है।
 उनके काइट राइज  स्कूल के वार्षिकोत्सव में जितने डेलिगेट्स आते हैं उसको देख कर के लगता है कि निश्चित रूप से उनका पूरे सिंगरौली क्षेत्र में बहुत ही अच्छा पकड़ और  प्रभाव हो गया है। आजकल तो इनको बहुत सारे जगह पर मोटिवेशनल भाषण के लिए  भी बुलाया जाता है और यह उनके रुचि काम होने के कारण वह भी उस में सक्रियता से भाग लेते हैं। अभी भी हम लोगों ने देखा कि कोविड 19 की महामारी के समय में वह  कई बार लाइव  आकर  करके लोगों से सीधा वार्तालाप करके बहुत सारी समस्याओं पर अपना विचार उन्होंने रखा है। और वर्तमान में अब जब उनको   प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है तो अब उनका कद तो  अचानक से बहुत बड़ा हो गया है। और इसका उनको  पूरे जिले में भरपूर लाभ मिलेगा कुल मिलाकर आने वाला समय  यह सिद्ध करेगा कि सिंगरौली में आगे की राजनीत किस दिशा की ओर अग्रसर होगी़ और किसके नाम होगी। संभवतः आने वाला भविष्य का महापौर का चुनाव इस का गवाह बने।
 
 
 
