परिजनों ने किया हंगामा,5 लाख रुपये प्रबंधन ने देने का किया वादा
मामला अमलोरी कोल माइंस का,कन्वेयर बेल्ट में फंसकर हुई मौत
अनोखी आवाज़ सिंगरौली। एक ओर जहा पूरा देश कोरोना से लड़ने के लिए घर मे है और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों तक देश को लॉक डाउन का आदेश दिया इतना ही नही कोरोना के संक्रमण को देखते हुए मजदूरो सहित अन्य स्थानों पर कार्य करने वाले लोगो को घर बैठे पूरा पारिश्रमिक देने का आदेश दिया था,जहा प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने भी बड़ी शख्ती से इसे पालन करने के निर्देश दिये थे लेकिन जिला प्रशासन द्वारा धारा 144 लगाने के बाद भी जिले की तमाम औद्योगिक सहित ओबी कंपनियों में छुट्टी ना देकर उनसे काम कराया जा रहा है।
ऐसे ही शासन कोल माइंस अमलोरी प्रबंधन की लापरवाही के कारण एक 25 वर्षीय युवक की कन्वेयर बेल्ट में फंसने से मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जैसे ही उक्त घटना की खबर परिजनों को लगी काफी संख्या में पहुंचे परिजनों ने कंपनी गेट पर जमकर हंगामा किया।
मृतक की पत्नी है गर्भवती
रिलायंस कोल माइंस अमलोरी में काम करने वाले मुकेश कुशवाहा पिता सीताराम कुशवाहा अपने पीछे माता-पिता सहित पत्नी सहित एक भाई को छोड़ चले गए। बताया जाता है कि मुकेश कुशवाहा डिप्लोमा इंजीनियर था और ठेकेदार के अंदर रहकर कार्य करता था जहां आज अलसुबह करीब 4:00 बजे अचानक कन्वेयर बेल्ट फंस गया और मौके पर ही मौत हो गई इतना ही नहीं बल्कि मृतक की पत्नी रीता कुशवाहा गर्भवती भी है,अभी बीते वर्ष शादी हुई थी लेकिन असमय काल के गाल में समा जाने से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
पुलिस ने संभाला मोर्चा,मीडियाकर्मियों को भी रोका
कचनी निवासी 25 वर्षीय मुकेश कुशवाहा के मौत की खबर जैसे ही परिजनों को लगी अमलोरी कोल माइंस में पहुंचकर जमकर हंगामा और मौके पर पुलिस बल ने मोर्चा संभालते हुए मामले को रफा-दफा करवाया। मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शिंडे ,सीएसपी विंध्यनगर देवेश पाठक,थाना प्रभारी अरुण पांडे, बरगवां थाना प्रभारी मनीष त्रिपाठी सहित कई थानों के पुलिसकर्मी पहुंचकर मोर्चा संभाले रहे और किसी तरह की अप्रिय घटना न हो इसके लिए लगातार परिजनों को समझाते नजर आए। इतना ही नहीं बल्कि पुलिसकर्मियों ने एसपी का हवाला देते हुए मीडिया कर्मियों को भी अंदर जाने से रोका जिससे मीडिया कर्मियों में भी आक्रोश देखा गया और प्रबंधन भी बातचीत करने से मुकर गया।
जिम्मेदारों के खिलाफ होगी कार्यवाही या मुआवज़े में मामला हो जाएगा रफा-दफा
जिले में लॉक डाउन होने के बावजूद भी कंपनी प्रबंधन द और ठेकेदार द्वारा दबाव बनाकर काम कराया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक बीते दिवस काम करने जाने से मना कर रहा था लेकिन ठेकेदार द्वारा काम से निकाल दिए जाने की धमकी पर काम करने पहुंचा और यह हादसा हो गया। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या मुआवजे की राशि देकर मामले को यूं ही रफा-दफा कर दिया जाएगा या फिर दोषी ठेकेदार और कंपनी प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। हालांकि लापरवाही से होने वाली मौत का यह कोई पहला वाकया नहीं है इससे पहले भी दर्जनों लोग असमय काल के गाल में समाहित हो चुके हैं। बावजूद आज तक किसी के खिलाफ कोई सख्त एक्शन नहीं लिया गया बल्कि कार्रवाई की बजाय मुआवजा देकर मामले को यूं ही दफन कर दिया गया।
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