मुझे अवैध निर्माण से कोई नही रोक सकता,सेटिंग राजनीतिक रसूखदारी का देता है धौंस
मामला नेहरू गेट के सामने का,निगाही सिक्योरिटी के जिम्मेदार लें रहें खर्राटे
अनोखी आवाज़ सिंगरौली। एनसीएल की खाली पड़ी जमीनों पर भू माफियाओ की गिद्ध नजर है,एक रात में ही आशियाना तन दे रहे है,जिम्मेदार है कि आंखों पर पट्टी,कानों में रुई डालकर खर्राटे ले रहे है। एक बात समझ नही आती की सिक्योरटी किस बात की एनसीएल से प्रतिमा तनख्वाह लेती है। दिन के उजाले में अतिक्रमणकारी अपने कार्य को अंजाम दे रहे हैं लेकिन सिक्योरिटी के जिम्मेदार लोग कार्यवाही करने की बजाय पहरेदारी और संरक्षण दे रहे हैं..? ऐसी लोगो मे चर्चा है। यह चर्चा कितनी सही है यह तो वरिष्ठ अधिकारियों के जांच के बाद ही सामने आएगा लेकिन एक बात तो तय है कि इन दिनों एनसीएल की जमीन पर अतिक्रमण करने वालो की बाढ़ सी आ गई है जिससे ऐसा लगता है कि अब प्रबंधन भी इनके सामने घुटने टेक दिया है।
नेहरू गेट के सामने चल रहा अतिक्रमण
नेहरू गेट के सामने प्रगति पैथालॉजी के संचालक का खुलेआम कब्जा करना और सिक्योरिटी का मूकदर्शक बना रहना दर्जनों सवालियां निशान खड़े करता है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार संचालक राजनीतिक रसूखदारों का धौंस देकर जमीन हथियाने में लगा है। इसका अतिक्रमण करते देख अन्य लोग भी अब धीरे धीरे पाव पसारना शुरू कर दिये है,लेकिन किसी भी व्यक्ति के ऊपर कार्यवाही नही हो रही है। आश्चर्य की बात तो यह है कि अतिक्रमणकारियों की सटीक सूचना देने के बाद भी सिक्योरिटी आज तक मौके पर देखने तक नही आ सकी।
प्रबंधन को खुली चुनौती,जिम्मेदार गहरी निद्रा में
नेहरू शताब्दी चिकित्सालय के सामने मेन गेट पर जहा बस का रुकना होता है वही पर प्रगति पैथोलॉजी का संचालक दिन के उजाले में प्रबंधन को खुली चुनौती देते हुए अतिक्रमण कर रहा है लेकिन निगाही परियोजना की सिक्योरिटी गहरी निद्रा में है। ऐसे में अतिक्रमणकारी के हौसले बुलंद हैं। और बिना किसी भय का वह खुलेआम अतिक्रमण कर रहा है। अब देखना यह होगा कि एनसीएल के जिम्मेदार ऐसे अतिक्रमण करने वालो पर कब तक एक्शन लेते हैं..? और इस अतिक्रमण पर कब बुलडोजर चलाते हैं