Subscribe Us

सांसद जी की प्रेस कांफ्रेंस - सुरेश गिरि प्रखर प्रकाश सिंगरौली

सच्चाई की वास्तविक परख


 सिंगरौली सीधी लोकसभा(80) की माननीय  सांसद महोदय जी जो अपने विद्यालयीन समय से एक प्रखर वक्ता और कुशल नेतृत्व के प्रतिभा की धनी हैं। सर्वप्रथम जिलापंचायत अध्यक्ष के पद पर थी और सराहनीय कार्य करने के उपरांत पहली बार 2014 के चर्चित लोकसभा चुनाव में सिंगरौली सीधी लोक सभा प्रत्याशी बनाई गई। उन्हों ने तब के दबंग सांसद श्री गोविन्द मिश्रा जी को रिप्लेस किया था और भारी मतों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी श्री इंद्रजीत पटेल जी को पराजित  किया था।उन्होंने ने अपने प्रथम कार्यकाल में मोदी जैसा ही सीखने और आगे बढ़ने का कार्य किया।सीधी सिंगरौली जैसे छोटी जगह से दिल्ली जाकर अपने आत्मविश्वास को हासिल किया।उनका वेश परिवेश भारतीय संस्कृति और सभ्यता का सदैव से संवाहक रहा है। बात चीत में बेहद विनम्रता पूर्वक पेश आना उनकी ब्योहरकुष्लता और सज्जनता का द्योतक है। नई दिल्ली से सिंगरौली और भपाल से सिंगरौली की ट्रेन के लिए प्रयास कर क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल किया।
अपने दूसरे चुनाव में उन्होने अपने प्रतिद्वंदी राहुल भैया को बड़े मतों से मात दी और मोदी लहर में विजय हासिल किया। अपने दूसरे कार्यकाल में उन्होंने बेहतर शुरुवात की। संसद में कई बार क्षेत्र की समस्याओं पर आवाज उठाई और जोरदार भाषण भी दिए। निजी प्रयास से  कई बार नितिन गड़गरी जी, पियूस गोयल जी से मिली और क्षेत्र के विकास की बात रखी। सिंगरौली का लगातार दौरा करती रही।


 



 


 


अभी मोदी जी के दूसरे कार्य काल कि एक साल कि उपलब्धियों को जनता के बीच पहुंचाने के लिए उन्ही ने एक प्रेस कांफ्रेंस भाजपा कार्यालय बैढ़न में आयोजित किया गया था जिसमें लगभग सभी पत्रकार बंधुओं को बुलाया गया था। 
एक साल कि उपलब्धियों में प्रमुख बातों में
 राममंदिर निर्माण की सफलता,
 धारा 370 और धारा 35 ए को हटाए जाने की बहुत बड़ी सफलता। 
तीन तलाक जैसे बड़ी सामाजिक कुरीति के खिलाफ संसद में बिल पास होना।
लॉक डाउन में सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार से लोगों की सहायता और सपोर्ट की उपलब्धियां।
इसके अलावा भी बहुत सारी उपलब्धियों पर उन्होंने प्रकाश डाला।
प्रश्नोत्तर काल में विभिन्न पत्रकारों के जवाब देते समय एक पत्रकार के द्वारा ट्रामा सेंटर में एक बालक संपत उपाध्याय की दवा के अभाव में हुई मौत पर सवाल उठाते हुए यह आरोप लगाया गया कि लापरवाह और दोषियों पर । कोई कार्यवाही  नहीं हुई और पूछने पर बताया गया कि सांसद महोदया ने फोन कर के कार्यवाही करने से मना किया था। और खुद के चैनल पर यह भी बताया गया कि सांसद जी सवाल पर भड़क गई और प्रेस कांफ्रेंस छोड़ कर चली गई।
परंतु जब वहीं समाचार जब अनोखी न्यूज़ पर देखा गया और अन्य जगह भी देखा गया तो सत्यता दूसरी थी 
सांसद महोदय ने सारे पत्रकारों के सवालों और प्रश्नों का जवाब दिया था। ट्रामा सेंटर में हुई मौत के सवल पर पूछे गए सवाल और आरोप पर उन्होंने पत्रकार महोदय से आरोप लगाने को लेकर सबूत मांगा कि किससे आपको यह जानकारी प्राप्त हुई पूरी सच्चाई सब के सामने रखें।
परंतु पत्रकार महोदय सिर्फ औपचारिकता पूरी करते हुए इतना ही कह पाए कि मैम आप इसे खरिज करदीजिए।
इस और सांसद जी दुःखी होकर कहा कि भाई मानवीय दृष्टकोण भी रखिए इतने संवेदनशील मुद्दे पर आप निराधार आरोप लगा रहे हैं। जिसे मैं सिरे से खारिज कर रही हूं और सब को सार्वजनिक रूप से यह भरोसा दिला रही हूं कि इस प्रकार की कोई सिफारिश आज तक न मैंने कभी किया है और न आगे भी कभी करूगी।
पत्रकार महोदय के पास कोई सबूत नहीं था और सबूत वाली बात पर मौन ही रहे। सिर्फ इतना ही कहा कि आप इसे खारिज कर दीजिए। पर आरोप हमेशा ठोस सबूतों और सही तत्थों के उपलब्ध होने के आधार पर ही लगाए जाने चाहिए और मांगने पर सबूत भी प्रस्तुत करना चाहिए। 
सांसद महोदया ने यह भी कहा कि आप को अपने आरोप के सच्चाई के लिए यह अभी सबके सामने बताना चाहिए कि किस को किस समय फोन किया और क्या कहा। पर पत्रकार महोदय का इस यही उत्तर रहा की मैम अच्छी बात है आपने फोन नहीं किया है तो इस बात को खारिज कर दीजिए। पर आरोप कि विश्वसनीयता वहीं समाप्त हो गई क्यों कि दूसरे दिन किसी जिम्मेदार समाचार पत्र ने इस बात का कोई संज्ञान नहीं लिया और न कोई समाचार ही आया। सबने इस आरोप को बेबुनियाद मानकर नकार दिया।
यह सारी बातें आप सब अनोखी न्यूज़ चैनल पर अश भी पूरे विस्तार से सुन और देख सकते हैं ।
खुद के चैनल के समाचार और अनोखी न्यूज़ चैनल के समाचार में जमीन आसमान का अंतर है जिसे कोई भी जीम्मदर नागरिक देख कर स्वतः निर्णय ले सकता है ।


 



 



इसी प्रकार के आरोप रेडक्रॉस सोसायटी सिंगरौली के ऊपर बेबुनियाद रूप से बिना पूरी जानकारी के भी लगाए गए कि रेड क्रॉस गरीबों से अनुचित प्रकार से 650 रुपए वसूलता है। जब मैंने इस बात का प्रति कार किया और उनको बताया कि रेडक्रॉस सोसायटी सम्मानित कलेक्टर महोदय के निर्देश अनुसार कार्य करता है और उसके कुछ नियम हैं तो इसके बदले उन्होंने दो लोगों की प्रतिक्रिया दिखादी जिनको खुद कुछ नियम कानून का पता नहीं था। बाद में उन्होंने रेडक्रॉस के सचिव से भी बात की और सही बात दिखाई पर अपने समाचार का खंडन नहीं किया।
यह बात बस इसलिए ताकि पाठकों को सही बात कि जानकारी मिके और कोई भ्रम ना रहे। यह सारी जानकारी अनोखी न्यूज़ चैनल पर उपलब्ध है और आज भी देखी जा सकती है।